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पायलट बाबा के इलाज में लापरवाही और करोड़ों की धोखाधड़ी का है आरोप

Iपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर पायलट बाबा के ब्रह्मलीन होने के बाद अब मामले में नया मोड़ आ गया है। पायलट बाबा आश्रम के संतों पर उनके इलाज में लापरवाही बरतने के साथ ही उपचार के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप शिष्य ने लगाए हैं। मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने एसआईटी का गठन कर दिया है। एसआईटी आरोपों की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Iएसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल के मुताबिक, ब्रह्मानंद गिरि शिष्य सोमनाथ गिरि पायलट बाबा निवासी महायोगी पायलट बाबा आश्रम जगजीतपुर कनखल ने प्रार्थना पत्र दिया, जिसमें बताया कि पायलट बाबा आश्रम के अन्य साधु संतों ने पायलट बाबा के साथ करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की है। पायलट बाबा के उपचार में लापरवाही बरती गई। आश्रम की संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हुए खुर्दबुर्द किया जा रहा है। मामले में जांच कर कार्रवाई की मांग उठाई।
Iइसके बाद एसएसपी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह की अगुवाई में एसआईटी का गठन कर दिया है। एसआईटी में सीओ सिटी जूही मनराल, कनखल थाना प्रभारी मनोज नौटियाल, उप निरीक्षक अमित नौटियाल, सीआईयू में तैनात उप निरीक्षक पवन डिमरी, हेड कांस्टेबल जसवीर, कांस्टेबल वसीम को शामिल किया गया है। छह सदस्यीय टीम पायलट बाबा आश्रम में रहने वाले साधु संतों पर लगे आरोपों की जांच करेगी। एसएसपी ने बताया कि जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Iपायलट बाबा की कई शहरों में करोड़ों की है संपत्ति
Iपूर्व वायुसेना विंग कमांडर और आध्यात्मिक गुरु ””पायलट बाबा”” का 20 अगस्त को मुंबई में निधन हो गया था। पार्थिव शरीर को हरिद्वार लाने के बाद समाधि दी गई थी। उनकी देश के अलग-अलग शहरों में करोड़ों की संपत्ति है। देश-विदेश में लाखों भक्त भी हैं। उनकी संपत्ति पर उत्तराधिकार को लेकर विवाद भी हुआ था। कई शिष्य उत्तराधिकार को लेकर अपना-अपना दावा कर रहे थे। जूना अखाड़े के प्रमुख संतों के अगुवाई में जापान की रहने वाली उनकी शिष्य को प्रमुख उत्तराधिकारी बनाया गया था।
Iमारपीट के मामले में भी दर्ज हुआ मुकदमा
Iपिछले महीने जगजीतपुर स्थित पायलट बाबा आश्रम के अंदर संतों के बीच मारपीट का भी मामला सामने आया था। तब पुलिस ने एक संत की तहरीर पर दूसरे संत के खिलाफ कनखल पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। अब मामले में गंभीर आरोप लगे हैं। इसके बाद एसआईटी बनानी पड़ गई।

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