उत्तराखंड की नौनी सोसायटी ने किया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर खास आयोजन – गढ़ संवेदना

देहरादून। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में उत्तराखंड की नौनी सोसायटी द्वारा सहस्त्रधारा रोड स्थित हर्ष एनक्लेव में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम की शुरुआत सोसायटी की अध्यक्ष नलिनी गोसाईं और कोषाध्यक्ष प्रियंका गिरी द्वारा सभी अतिथियों के स्नेहपूर्ण स्वागत से की। इस मौके पर सोसायटी की अध्यक्ष नलिनी गोसाईं ने संस्था के उद्देश्यों और महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (2025) की थीम एक्सीलेरेट एक्शन (कार्रवाई में तेज़ी लाना) महिलाओं को समानता, अधिकार और आत्मनिर्भरता की दिशा में तेज़ गति से आगे बढ़ाने का संदेश देती है। दून संस्कृति की अध्यक्ष, रमा गोयल ने बताया कि कैसे उनकी संस्था हर साल सैकड़ों दिव्यांगजनों के लिए विशेष शिविर आयोजित करती है और महिलाओं को इसमें सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करती है।
समाजसेवी मंजू जैन ने अस्पतालों में जरूरतमंदों की सेवा के अपने अनुभव साझा किए, जिससे सभी प्रेरित हुए।कादम्बिनी ब्यूटी पार्लर की मंजुला ने अपनी पहल के बारे में बताते हुए कहा कि वह गरीब बच्चियों को निःशुल्क ब्यूटी पार्लर का कोर्स करवाने की इच्छुक हैं, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।
साइकोलॉजिस्ट डॉ. स्वाति मित्तल ने महिलाओं को उनके कानूनी और सामाजिक अधिकारों के बारे में जागरूक किया।एस्ट्रोलॉजर कल्पना ने महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता के महत्व पर प्रकाश डाला। उत्तराखंड की लोकगायिका कृष्णा कंडियाल ने अपने संघर्ष के बारे में बताया कि कैसे वे कई दिक्कतों के बावजूद उत्तराखंड की संस्कृति के लिए कार्य कर रही है।
मीडिया क्षेत्र से जुड़ी प्रगति पंचोली ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि मीडिया इंडस्ट्री में एक-दूसरे को आगे बढ़ता देखना कई बार लोगों को असहज कर देता है, खासतौर पर महिलाओं को। उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच और एक-दूसरे का सहयोग ही सफलता की कुंजी है।
कार्यक्रम में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सरिता उनियाल ने अपने जीवन से जुड़े अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे उन्होंने संघर्षों को पार करते हुए यह मुकाम हासिल किया। उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच और निरंतर प्रयास से हर बाधा को पार किया जा सकता है।शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रही निधि उनियाल ने बताया कि वह अपने कोचिंग सेंटर के माध्यम से लड़कियों को मुफ्त शिक्षा देने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने शिक्षा को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाने का संकल्प लिया और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया।
मीडिया क्षेत्र से जुड़ी प्रगति पंचोली ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि मीडिया जगत में एक-दूसरे को आगे बढ़ता देखना कई बार लोगों को असहज कर देता है, खासतौर पर महिलाओं को उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच और एक-दूसरे का सहयोग ही सफलता की कुंजी है।
कार्यक्रम का संचालन मोनिका डोभाल ने किया, जिन्होंने महिलाओं को जीवन में खुश रहने के उपयोगी टिप्स भी दिए। कार्यक्रम को और अधिक रोचक और आनंददायक बनाने के लिए महिलाओं के लिए विशेष खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया, जिसमें सभी ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और आनंद उठाया।